इजराइल ने गाजा पर हमला किया, अल-अहली अस्पताल पर हमले के बाद बीमार बच्चे की मौत

इजराइल ने गाजा पर हमला किया, अल-अहली अस्पताल पर हमले के बाद बीमार बच्चे की मौत देखे कैसे

दोस्तों अभी हमें बताया जा रहा है। कि गांजा पर इजरायल की लगातार बमबारिया जारी किया हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि रविवार को ही जच्चा पट्टी में हुए हमले में लगभग 37 लोग से भी ज्यादा मारे जा चुके हैं बताया जा रहा है। कि जिसमें 6 भाई भी शामिल हो चुके हैं। जो कि भूखे फिलिस्तीनियों को भोजन उपलब्ध कराने वाले स्वयंसेवक बनाए गए थे आपको मैं जानकारी दे देना चाहता हूं। कि डब्ल्यूएचओ का यह कहना है। कि इजराइली सी द्वारा जो भी गाजा शहर में अल अहली अस्पताल पर अरब अस्पताल पर जब बमबारी हुआ था तब चिकित्सा देखभाल में व्यवधान के कारण ही एक बच्चे की मौत हो चुकी थी। आईए जानते हैं हम सभी विस्तार से

 

जबालिया में गर्भवती महिला को मलबे से निकाला गया देखे कैसे

 

दोस्तों बताया जा रहा है। कि अभी इंडोनेशिया आई अस्पताल का जो हवाला देते हुए प्रेस समाचार एजेंसी से रिपोर्ट कर रही है। कि रविवार को जो दोपहर को यह घर पर हुए हमले में करने वाले की जो संख्या हुई थी वह बढ़कर 8 हो चुकी है। जिसमें की बताया जा रहा है। कि 6 तो भाई थे लेकिन दो महिला भी शामिल हो चुकी थी बताया गया यह भी की बचाने वाले में से एक गर्भवती महिला भी शामिल हो चुकी थी बताया गया है। कि इस महिला को मलवे से खींचकर स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया गया था, और यह जो गर्भवती महिला थी यह अभी तक सदमे में ही देखी जा रही है।

जब बाद में हमें बताया गया कि उसकी सबसे छोटी बेटी उसके पति और मां की भी पहले ही मौत हो चुकी थी इतना सुनते ही वह गर्भवती महिला रूप पड़े और यह भी बताया जा रहा है। कि एक डॉक्टर के अनुसार मनौ का टखना टूट गया था लेकिन यह भी बताया गया की बहुत ठीक ही लग रही थी कोई भी स्कैन वहां पर उपलब्ध नहीं था क्योंकि दोस्तों उतरी गज में सिर्फ एक मात्र मशीन अल अहली अस्पताल में ही थी वह भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। यह जो घटना हुआ है यह काफी ज्यादा बड़ा घटना हम सभी को बताया गया है।

असद अल-नस्सारा कौन है??

 

दोस्तों मैं आप सभी को बता देना चाहता हूं। कि इजराइली अधिकारियों द्वारा जो पकड़े गए फिलिस्तीन पैरामेडिक के बारे में तो हम जानते हैं। वह इस प्रकार होंगे आपको जानकारी दे देना चाहता हूं कि 47 वर्षीय पैरामेडिक उन दो लोगों में से एक है। जो की दोस्तों 23 मार्च को इजरायली हमले से बचकर निकल चुके थे लेकिन दोस्तों बताया जा रहा है कि इसमें 15 आपातकालीन कर्मचारियों को मार दिया गया था लेकिन यह भी बताया जा रहा है। कि अन्य जो जीवित बच्चे मुनथर अवैध ने इस समय कह दिया था कि उसने अल-नसासरा को पकड़ने जाना है।

और उसे बांधने और ले जाते हुए भी देख लिया था दोस्तों बताया जा रहा है कि जो 6 बच्चों के पिता थे उन्होंने अपने परिवार में आखिरी बार उसे शाम बात की थी जब वह गायब हो चुके थे बताया जा रहा है। कि उन्होंने बताया था कि वह अपने सहकर्मियों के साथ ही रमजान का उपवास तोड़ने के लिए चले गए थे।

अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन करते हुए”

 

दोस्तों अभी बताया गया कि मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पेसहतानी नागरिकों पर काफी ज्यादा हम लोग को रोकने की जिम्मेदारी लेने का संघर्ष किया है। दोस्तों यह भी बताया जा रहा है। कि बार-बार उल्लंघन गज की स्वास्थ्य प्रणाली को खतरे में ज्यादा ही डाल रही है। लेकिन हमें यह भी बताया गया है। कि अस्पताल पर हुए हम लोग का जो व्यापक रूप से निंदा की गई है। जिसमें यह भी बताया गया है। कि यरूशलेम के एपिस्कोपल डायोसीज़ भी शामिल शामिल हो चुके थे आपको मैं बता देना चाहता हूं। कि इसने कहा है, कि हमला पवित्र सप्ताह की शुरुआत है इसी वर्ष का सबसे पवित्र सप्ताह परी हो चुका था। दोस्तों अभी-अभी हमें यह भी बताया जा रहा है कि मिस्र जॉर्डन, कतर और यूनाइटेड किंगडम ने भी हमले की निंदा की है। दोस्तों मैं आप सभी को बता देना चाहता हूं।

कि इसराइल ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है। कि लापता फिलीस्थानी पैरामेडिक को कहां रखा जा चुका है। दोस्तों यह उसे रात हुआ था जब इसराइली सैनिकों ने रखा में 15 से भी ज्यादा आपातकालीन कर्मचारियों को गोली मार कर मार दिया था बताया जा रहा है। कि इस हमले के शिकार नागरिकों की संकट काल का जवाब दे ही रहे थे और यह भी हमें बताया जा रहा है कि इसके बाद ही सभी सैनिकों ने पीड़ित को एक उथली कब्र में दफना दिया है।

 

इज़रायली हमले में गाजा में भोजन पहुंचाने वाले छह स्वयंसेवक भाई मारे गए जाने कैसे

 

दोस्तों अभी हम एक बहुत ही दुखद घटना पता चलिए जिसमें बताया गया है। कि 10 से 34 साल की जो उम्र के 6 भाई इजरायली बमबारी में मारे गए थे वह सभी डेर अल-बलाह से भूखे फिर स्थानीय को भोजन पहुंचाने में काफी ज्यादा हेल्प यानी कि काफी ज्यादा मदद कर रहे थे हमें बताया गया है कि जब लड़के के पिता जकी अबू महादी ने कहा कि उनका जो बच्चा है वह युद्ध की शुरुआत से ही जरूरतमंद लोगों की काफी ज्यादा मदद कर रहा है भोजन पहुंच कर और उन्हें हथियार नहीं रखे थे इसलिए उन सभी को भी मार दिया गया था।

 

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